बाॅबी देओल ने अपने करियर में कई बार अलग-अलग दौैर देखे। आश्रम में उनके काम को काफी पसंद किया गया।
इसके बाद लव हॉस्टल में भी उन्हें तारीफ मिली हमारे सहयोगी से बातचीत में
बॉबी ने बताया कि उनके पिता धर्मेंद्र के साथ उनका रिश्ता वक्त के साथ बेहतर हो गया है।
साथ में बढ़िया वक्त बिताना और लंबी बातचीत उनके रिश्ते का अहम हिस्सा है।
बॉबी बताते हैं, जब पेरेंट्स बुजुर्ग हो जाते हैं तो नाजुक हो जाते हैं।
इस वक्त उन्हें आसपास बच्चों की जरूरत होती है। पापा और हम (सनी देओल) हर चीज डिसकस करते हैं
और ऐसी भी चीजें जो वह पहले डिसकस नहीं करते थे।
जब बॉबी बच्चे थे तो धर्मेंद्र काफी वक्त फिल्मों की शूटिंग में गुजारते थे ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित कर सकें।
बॉबी बताते हैं, मैं उनका घर पर होना मिस करता था।
कभी-कभी वह मुझे शूट लोकेसंस पर ले जाते थे लेकिन वहां भी बिजी रहते थे।
वह दिन-रात काम करते रहते थे ताकि हमारे लिए सारी सुविधाएं जुटा सकें।
वह सेट्स पर ही सो जाते थे। अपने बचपन से सीख लेकर बॉबी
अब अपने बेटों आर्यमान और धरम के साथ ज्यादा वक्त बिताते हैं।
बॉबी बताते हैं, मैं अलग जनरेशन से हूं। मैं मानता हूं कि जब बच्चे यंग होते हैं
और तब आप उनके साथ जो वक्त गुजारते हैं वो कीमती होता है, क्योंकि इससे आप उनके करीब आते हैं।