चंडीगढ़
देव श्योकंद
कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों को लेकर भले ही चंडीगढ़ प्रशासन ने सख्ती की हो और कई प्रकार की पाबंदियां लगाई हों, मगर वीवीआईपी लोगों के लिए यह नियम कोई मायने नहीं रखते। ऐसा इसलिए है क्योंकि शहर में बीते दिनों अफगानिस्तान के एंबेसडर फारिद मामुंडजे आए थे। उनको सुखना लेक में बोटिंग करनी थी, इसलिए कोरोना प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए एक ग्रुप के साथ न सिर्फ बोटिंग करवाई गई, बल्कि उस विजिट के दौरान कई ग्रुप मेंबर्स के मास्क भी उतरे हुए थे। साफ तौर पर उन कोविड नियमों की उल्लंघना की गई, जिनके लिए आम आदमी को फाइन भरना पड़ता है।
बोटिंग करते की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसके बाद कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर प्रशासन की गंभीरता को लेकर सवाल उठाया जा रहा है। संबंधित वीडियो में साफ तौर पर अफसर बोटिंग करने के बाद बोट से बाहर आते नजर आ रहे हैं। दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारी इस बारे में कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। गत 11 जनवरी की यह वीडियो बताई जा रही है, जब ट्राईसिटी के अफगान स्टूडे्ंटस के लिए विशेष वैक्सीनेशन कैंप सुखना लेक वैक्सीनेशन सेंटर में आयोजित किया गया था। इस दौरान अफगानिस्तान के एंबेसडर फारिद मामुंडजे ने स्टूडेंट्स के साथ उनसे जुड़े मुद्दों को लेकर बातचीत की थी। तब एंबेसडर को उनकी टीम सहित बोटिंग करवाई गई थी।
2 जनवरी को ही लगी थी पाबंदी
कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने सुखना लेक पर बोटिंग समेत अन्य गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। हालांकि सोमवार से शनिवार तक लेक पर सैर करने वालों को कोविड प्रोटोकॉल के साथ कुछ घंटों का रिलैक्सेशन दिया गया था।
कोविड की मौजूदा स्थिति
16 जनवरी तक शहर में कोरोना के 9203 मामले हो गए थे। वहीं सेक्टर 25 के एक व्यक्ति की कोरोना से मौत भी हो चुकी है। गत रविवार को ही कोरोना के 1358 मामले दर्ज किए गए थे। शहर में पिछले कुछ दिनों से रोजाना कोरोना के हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।