प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में पंजाब में हुई चूक पर आखिरकार मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने खेद जता ही दिया। गुरुवार रात को कोविड रिव्यू को लेकर PM और CM आमने-सामने हुए। वहां CM ने PM की पंजाब विजिट कामयाब न रहने पर खेद जताया। चन्नी ने मोदी की लंबी उम्र की दुआ करते हुए ‘आप जिएं कयामत तक और कयामत न आए’ भी कहा।
कांग्रेस मामले को भुना रही, लेकिन पंजाब का नुकसान भी
असल में पीएम की सुरक्षा चूक को कांग्रेस राजनीतिक और भावनात्मक तौर पर जरूर भुना रही है, लेकिन इससे पंजाब का नुकसान भी हुआ है। पीएम ने फिरोजपुर पहुंचकर होशियारपुर और कपूरथला में 2 मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ करना था। इसके अलावा फिरोजपुर में PGI सैटेलाइट सेंटर का भी उद्घाटन करना था।
सीएम की मांग – प्रोजेक्टों में तेजी से काम कराएं
मीटिंग के दौरान सीएम चरणजीत चन्नी ने पीएम से मांग की कि इन तीनों प्रोजेक्ट के काम को तेजी से शुरू करवाएं, ताकि पंजाब को बढ़िया सेहत सेवाएं मिल सकें। पीएम की सुरक्षा चूक के बाद इन तीनों का शुभारंभ नहीं हो सका था। इस दौरान सीएम ने पहली और दूसरी लहर में केंद्र सरकार के पंजाब को दिए सहयोग पर धन्यवाद किया। वहीं आगे भी सहयोग की उम्मीद जताई।
पीएम मोदी के काफिले को रोके जाने को लेकर पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी सुरक्षा में चूक नहीं मान रहे हैं। वह कई बार कह चुके हैं कि पीएम को पंजाब में कोई खतरा नहीं था। हालांकि उनके और सरकार के ताजा रुख को देखते हुए लग रहा है कि मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने के बाद पंजाब सरकार के तेवर ठंडे पड़ने लगे हैं।
अब सुप्रीम कोर्ट की कमेटी कर रही जांच
पंजाब में फिरोजपुर के गांव प्यारेआणा में पीएम के काफिले को 15 से 20 मिनट फ्लाईओवर पर रुकना पड़ा था। इसके बाद पीएम ने बठिंडा एयरपोर्ट पर आकर पंजाब के अफसरों को कहा कि अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं जिंदा लौटकर जा रहा हूं। इसके बाद पीएम सुरक्षा चूक का मामला उजागर हुआ। इसके बाद अब सुप्रीम कोर्ट रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अगुवाई में इस मामले की जांच करवा रहा है।