गुजरात के चर्चित पाटीदार नेता हार्दिक पटेल 2 जून को भाजपा में शामिल होंगे। अहमदाबाद के भाजपा कार्यालय कमलम् में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल हार्दिक को पार्टी जॉइन कराएंगे। भाजपा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में 15 हजार कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगे।
लंबे समय से कांग्रेस के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर रहे हार्दिक ने 17 मई को ट्विटर पर इस्तीफे का ऐलान किया था। उन्होंने राहुल गांधी पर कई आरोप लगाए थे। इस्तीफे के बाद से वह लगातार भाजपा के कामों की तारीफ कर रहे थे और खुद को हिंदुत्व का समर्थक भी बता रहे थे।
तभी से ही इसकी संभावना व्यक्त की जा रही थी कि वे भाजपा में शामिल होंगे।कांग्रेस छोड़ने के बाद हार्दिक पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राम मंदिर, CAA, NRC की भी तारीफ की थी। इस बारे में उनका कहना था कि युवा देश के लिए सक्षम और मजबूत नेतृत्व चाहते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि कांग्रेस का एक ही काम है- केंद्र सरकार का विरोध करना।
देश अयोध्या में राम मंदिर, 370, CAA, NRC और GST जैसे फैसले चाहता है, जबकि कांग्रेस केवल बाधाएं खड़ी करती है। कांग्रेस पर गुस्सा इसलिए आता है, क्योंकि यहां अक्सर धर्म की अनदेखी की जाती है।एक महीने से राहुल गांधी को इस बात की जानकारी थी कि हार्दिक परेशान हैं, हार्दिक को कांग्रेस की लीडरशिप परेशान कर रही है।
जब कई सालों के बाद राहुल गांधी दाहोद में रैली करने के लिए 6 घंटे का दौरा करते हैं तो क्या हम जैसे नौजवानों को जिन्हें स्टेट लीडरशिप सौंपी जानी है, राहुल गांधी क्या 5 मिनट के लिए नहीं मिल सकते थे। क्या वो 5 मिनट मिलकर ये नहीं बोल सकते थे कि हार्दिक तेरी परेशानी मैं समझ सकता हूं ये लीडरशिप तुझे परेशान कर सकती है।
राहुल गांधी मुझसे क्या ऐसा नहीं बोल सकते थे कि हार्दिक एक महीने और संभाल ले, मैं तेरे पीछे खड़ा हूं।हार्दिक ने कहा था- कांग्रेस कभी भी नहीं चाहती है कि हम जैसे लोग और खासतौर पर पटेल कम्यूनिटी के लोग कांग्रेस के भीतर मजबूती बनाए या पटेल समाज के लोग पार्टी में आग बढ़ें।
पटेल समाज के मजबूत लोगों को कांग्रेस पार्टी ने पूरा प्रयास किया इसका उदाहरण मैं देता हूं वो मेरा ही उदाहरण है