नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में सिंघु और कुंडली बॉर्डर पर संघर्ष कर रहे किसानों के संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने पंजाब किसान यूनियन के नेता रुलदू सिंह मानसा को सस्पेंड कर दिया है
। उन्हें 15 दिन के लिए सस्पेंड किया गया है। रविवार को सिंघु बॉर्डर पर हुई 21 किसान संगठनों की मीटिंग में ये फैसला लिया गया। मीटिंग के बाद संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किरती किसान यूनियन के उपाध्यक्ष राजिंदर सिंह दीपसिंहवाला ने इसकी पुष्टि की।
मानसा जिले से हैं किसान नेता
रुलदू सिंह पंजाब के मानसा जिले से ताल्लुक रखते हैं और उनकी यूनियन मालवा के कई जिलों में सक्रिय है। राजिंदर सिंह दीपसिंहवाला ने बताया कि रुलदू सिंह पिछले कुछ समय से संयुक्त किसान मोर्चा के स्टैंड से अलग हटकर बयानबाजी कर रहे थे। 21 जुलाई को भी उन्होंने भड़काऊ बयान दिया था। संयुक्त किसान मोर्चा उनके इन बयानों से इत्तेफाक नहीं रखता और इसी वजह से उन्हें 15 दिन के लिए सस्पेंड करने का फैसला किया है। राजिंदर सिंह के अनुसार, अगले 15 दिनों तक रुलदू सिंह संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से न तो कोई ऐलान कर सकेंगे और न ही मोर्चा के स्टेज से भाषण दे सकेंगे।
रुलदू सिंह से पहले संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी को भी 15 दिन के लिए सस्पेंड कर चुका है। चढ़ूनी ने किसानों से पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान सियासी तौर पर आगे आने की अपील की थी। संयुक्त किसान मोर्चा ने चढ़ूनी के उस बयान से असहमति जताते हुए उन्हें 8 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया था।