मशहूर हरियाणवी डांसर सपना चौधरी के मामले में सुनवाई 18 अक्टूबर तक टल गई है। अश्लील डांस के आरोपों का सामना कर रही डांसर सपना चौधरी के मामले में अदालत ने पुलिस से जांच रिपोर्ट तलब की थी।
लेकिन मुरादाबाद की सिविल लाइंस पुलिस जांच आख्या कोर्ट में पेश नहीं कर पाई है।
शिवसेना के जिला प्रमुख रामेश्वर दयाल तुरैहा की ओर से कोर्ट में एक परिवाद दाखिल किया गया था। जिस पर मुरादाबाद के एसीजेएम – 5 की अदालत में सुनवाई चल रही हैं। अदालत ने पहले पुलिस से 15 सितंबर तक जांच रिपोर्ट देने को कहा था।
पुलिस जांच रिपोर्ट नहीं दे सकी तो फिर मामले में 28 सितंबर की तारीख पड़ी थी। लेकिन बुधवार को भी सिविल लाइंस पुलिस जांच रिपोर्ट पेश नहीं कर सकी।
मामला 2019 का है। 11 जून 2019 को मुरादाबाद के रेलवे स्टेडियम में सपना चौधरी के डांस का कार्यक्रम था। यह आयोजन जिला प्रशासन की ओर से किया गया था। कार्यक्रम के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई थी। इसकी वजह से हंगामा हुआ और नौबत यहां तक पहुंच गई थी कि पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा था।
इस मामले में शिवसेना नेता रामेश्वर दयाल तुरैहा की ओर से अपने अधिवक्ता वैभव अग्रवाल के माध्यम से कोर्ट में एक परिवाद दाखिल किया गया था। इसमें आरोप था कि डांसर सपना चौधरी के अश्लील नृत्य की वजह से हालात बिगड़े।
सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग को दरकिनार कर प्रशासन की मौजूदगी में रात 12 बजे के बाद भी डीजे बजाया गया।
हालात बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल भी हुए। इस मामले में सुनवाई के बाद कोर्ट ने सिविल लाइंस पुलिस काे आदेश था। लेकिन पुलिस अभी तक अपनी जांच रिपोर्ट नहीं दे सकी है।
बता दें कि सपना चौधरी का यह कार्यक्रम जिला प्रशासन की ओर से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में जिले से लेकर मंडल स्तर तक के तमाम सीनियर पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे।